जोड़ो में होने वाली सूजन और दर्द से जुड़े रोग को गठिया (Arthritis) कहते है। इस तरह की समस्या लोगो में 50 की उम्र के बाद पाया जाता है।
जो उनके हड्डियों में यूरिक एसिड जमा होने के कारण होता है, क्योकि हड्डियों में जमा यूरिक एसिड गठिया का रूप ले लेता है और जब रोगी ज्यादा देर तक कही बैठ जाता है या सो जाता है, तो फिर उन्हें अचानक उठने में तकलीफ होती है।
गठिया के वजह से उनके जोड़ो में दर्द, अकड़न और सूजन हो जाती है, जो उनके सीधी-साधी सरल जिंदगी को पीड़ादायक बना देती है। क्योकि अगर गठिया की समस्या ज्यादा बढ़ जाती है तो समय के साथ चलने फिरने में भी काफी दिक्कत होने लगती है।
गठिया का दर्द रोगियों को नियमित दवा सेवन का आदि तो बना ही देता है, लेकिन फिर भी रोगी अपने में कोई खास सुधार नहीं देखते है। जबकि प्राकृतिक पद्दति और जैविक औषिधि से गठिया का इलाज संभव है, क्योकि गठिया से पीड़ित लोगो पर ये विकल्प बहुत ही कारगर साबित हुआ है।
साभार,
डॉ विजय प्रताप मौर्य आयुषा आयुर्वेदिक औषधालय


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